30 हथियारबंद गार्ड्स के घेरे रहते हैं पुतिन, रूसी जासूस नहीं छोड़ते कोई सुराग.. लेकिन ऐसा क्यों?
Vladimir Putin Security News: दुनिया के सबसे ताकतवर नेताओं में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का नाम शुमार हैं। रूसी राष्ट्रपति पुतिन 4–5 दिसंबर को भारत का दौरा करने वाले हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत का ये दौरा बेहद ख़ास रहने वाला हैं। सोशल मीडिया पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin Security) से जुड़ी कई तरह की बातें देखने को मिलती हैं। व्लादिमीर पुतिन की सुरक्षा को लेकर भी कई तरह बातें सामने आती रहती हैं। अब भारत दौरे पर कैसी रहेगी रूसी राष्ट्रपति की सिक्योरिटी..?
रूसी सुरक्षा एजेंसी पहले ही पहुंची भारत
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत आने में अभी एक दिन का समय बाकी हैं। लेकिन उनकी सुरक्षा एजेंसी ने पहले ही भारत में अपना डेरा डाल दिया हैं। बता दें दुनिया के बाकी लीडर्स से पुतिन की सुरक्षा काफी अलग होती हैं। पुतिन के दौरे से पहले रूसी सुरक्षा एजेंसी एयरस्पेस से लेकर जमीन तक हर सुरक्षा लेयर की स्पेशल जांच करती हैं। पुतिन के दौरे से पहले तय हो जाएगा कि वो PM मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कब मिलेंगे, कैसे मिलेंगे...
30 हथियारबंद गार्ड्स के घेरे रहते हैं पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दुनिया के सबसे मजबूत सुरक्षा कचव में रहते हैं। उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रेसिडेंशियल सिक्योरिटी सर्विस (SBP) की होती है। इसके अलावा हरदम उनके साथ 30 हथियारबंद गार्ड्स घेरे रहते हैं। इसके अलावा उनके आस-पास फेडरल गार्ड सर्विस (FSO) के लोग होते हैं। पुतिन हमेशा बुलेटप्रूफ सूट पहनते हैं, जिसके वजह की वजह से उनकी चाल में झुकाव होता है। ऐसे में पुतिन की सुरक्षा की चर्चा पूरी दुनिया में होती हैं।
रूसी जासूस नहीं छोड़ते कोई सुराग..
व्लादिमीर पुतिन की सुरक्षा में लगे गार्ड्स जासूस की तरह भी काम करते हैं। किसी भी विदेशी दौरे पर वो पुतिन की कोई निशानी नहीं छोड़ते हैं। इसमें उनकी अंगुलियों के निशान से लेकर यूरिन तक शामिल होते हैं। पुतिन के दौरे की समाप्ति से पहले उनके बाल और यूरिन तक गार्ड्स कलेक्ट कर लेते हैं। ताकी इनके किसी को पुतिन की हेल्थ रिपोर्ट का पता न चल जाए और उसका डिप्लोमैटिक फायदा न उठाया जा सके।
पर्सनल शेफ और पोर्टेबल लैब रखते हैं साथ
पुतिन की सुरक्षा में लगे गार्ड्स के अलावा किसी भी विदेशी दौरे पर उनका पर्सनल शेफ साथ रहता हैं। यहां तक खाने-पीने की सामग्री भी वो साथ लेकर चलते हैं। राष्ट्रपति पुतिन किसी भी देश में जाएं, वे सिर्फ अपने निजी रसोइयों द्वारा बनाया हुआ खाना ही खाते हैं। इसके अलावा पुतिन की सुरक्षा टीम एक पोर्टेबल लैब साथ रखती है, जिसमें उनके खाने-पीने की चीजों का तुरंत टेस्ट किया जाता है।
पुतिन के बॉडीगार्ड्स को मिलती हैं धूम्रपान की इजाजत
राष्ट्रपति पुतिन की सुरक्षा घेरे में चलने वाले बॉडीगार्ड्स के हाथ में 3 तरह के ब्रीफकेस होते हैं। इसके अलावा उनके गार्ड्स की उम्र भी निर्धारित की जाती हैं। साथ ही उनकी लंबाई 175 से 190 सेमी के बीच और वजन 75-90 किलोग्राम के बीच होना चाहिए। पुतिन के बॉडीगार्ड्स को धूम्रपान की इजाजत मिलती हैं ताकि काम का भार अधिक ना हो। हालांकि वो काम के समय ये सब नहीं कर सकते हैं।
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