भारत पर 50% टैरिफ को लेकर अमेरिकी संसद में हंगामा, 3 सांसदों ने इसको हटाने की उठाई मांग
US tariff on India: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनियाभर के कई देशों पर भारी-भरकम टैरिफ लगाया हैं। इसमें ट्रंप ने भारत के खिलाफ दबाव की रणनीति के तहत 50 फीसदी टैरिफ लगाया हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि भारत रूस से अपने व्यापारिक संबंध सिमित करें। लेकिन भारत ने अमेरिका को साफ़ कर दिया हैं कि टैरिफ की धमकी का असर भारत-रूस व्यापारिक संबंध पर नहीं पड़ने देगा। अब अमेरिका की संसद में भारत पर 50% टैरिफ को लेकर जमकर बवाल मचा हुआ हैं।
3 सांसदों ने इसको हटने की उठाई मांग
अमेरिका में अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले के खिलाफ उठाई जा रही हैं। बता दें अमेरिका की संसद में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा राष्ट्रीय आपातकाल का हवाला देकर भारत के ऊपर 50 फीसदी टैरिफ लगाया था। अब इसको हटाने के लिए कई सांसदों ने आवाज़ उठाई हैं। बता दें अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के तीन सदस्यों ने इस फैसले को अवैध बताते हुए इसे खत्म करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया है।
अतिरिक्त शुल्क हटाने की मांग
बता दें अमेरिकी संसद में प्रमुख रूप से तीन सांसद डेबोरा रॉस, मार्क वीसी और राजा कृष्णमूर्ति प्रस्ताव पेश किया हैं। इस प्रस्ताव के अंतर्गत भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25 प्रतिशत सेकेंडरी शुल्क को रद्द करने की मांग की गई है। इसको लेकर सांसद मार्क वीसी ने कहा कि ये टैरिफ आम अमेरिकियों पर टैक्स की तरह हैं, जो पहले ही बढ़ती महंगाई से जूझ रहे हैं।
रूस से तेल खरीद टैरिफ की वजह!
बता दें अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने 1 अगस्त से भारत के उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला किया था। ट्रंप प्रशासन ने इसकी वजह भारत द्वारा रूस से तेल खरीद जारी रखना बताया था। इसके बाद जब भारत ने रूस से तेल खरीद जारी रखा तो अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने और 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी गई। जिससे कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया।
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