ट्रंप का नया दावा, बोले- भारत ने दिया ‘जीरो टैक्स’ का ऑफर! जल्द खत्म होगा टैरिफ वार
बीते कुछ महीनों से अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ वॉर यानी टैक्स को लेकर चल रही तनातनी ने दुनिया भर की आर्थिक मंडियों का ध्यान खींचा हुआ था। अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक चौंकाने वाले बयान ने हलचल मचा दी है। उन्होंने कतर दौरे के दौरान कहा है कि भारत ने अमेरिका को ‘जीरो टैरिफ’ यानी शून्य शुल्क का प्रस्ताव दिया है। इस बयान के बाद सबसे बड़ा सवाल यही है—क्या अब दोनों देशों के बीच का टैरिफ वॉर खत्म होने वाला है?
भारत का ‘Zero Tariff’ ऑफर: क्या है पूरा मामला?
डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों खाड़ी देशों के दौरे पर हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कतर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि भारत ने अमेरिका के साथ एक नई ट्रेड डील का प्रस्ताव दिया है। इसके तहत भारत अब अमेरिकी सामान पर टैक्स नहीं लगाएगा, यानी आयात पर ‘जीरो टैरिफ’ लागू करने की पेशकश की गई है। ये बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ ही हफ्ते पहले ट्रंप ने भारत पर 26 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाने की बात कही थी। अब अचानक ये यू-टर्न भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों को नई दिशा देता दिख रहा है।
ग्लोबल तनाव के बीच अमेरिका की रणनीति
हाल ही में अमेरिका और चीन ने भी टैरिफ को लेकर 90 दिनों के लिए ट्रेड ट्रूस (व्यापारिक संघर्ष विराम) का ऐलान किया है। दोनों देशों ने अपने-अपने आयात शुल्क को घटाकर 115% तक की कटौती की है। ऐसे में अमेरिका की रणनीति साफ दिख रही है—ट्रेड घाटे को कम करना, जो अब 1 ट्रिलियन डॉलर से ऊपर जा चुका है। ट्रंप लगातार उन देशों से डील कर रहे हैं, जिनसे अमेरिका का व्यापार घाटा सबसे ज्यादा है—और भारत उनमें प्रमुख है।
भारत की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं, पर संकेत मिले हैं
ट्रंप के 'Zero Tariff' वाले बयान पर अभी तक भारत सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन 9 मई की रॉयटर्स रिपोर्ट बताती है कि भारत ने अमेरिका के सामने टैरिफ को औसतन 13% से घटाकर 4% करने का प्रस्ताव रखा है। अगर यह डील पक्की होती है, तो इसका असर न केवल अमेरिका-भारत व्यापार पर बल्कि वैश्विक व्यापारिक संबंधों पर भी पड़ेगा।
क्या वाकई खत्म होगा Tariff War?
ट्रंप की ओर से ऐसे बयान पहले भी आ चुके हैं, लेकिन कई बार उनमें राजनीतिक संकेत ज्यादा और नीतिगत ठोसपन कम होता है। फिर भी, भारत की ओर से टैरिफ में औसतन 9% की कटौती का प्रस्ताव आना इस बात का संकेत है कि दोनों देश एक संतुलित व्यापार समझौते की ओर बढ़ रहे हैं। हालांकि, भारत को भी यह ध्यान रखना होगा कि टैरिफ में अत्यधिक कटौती से घरेलू उद्योगों को नुकसान न पहुंचे।
टैरिफ वॉर का अंत या नई शुरुआत?
डोनाल्ड ट्रंप के ‘Zero Tariff’ बयान से उम्मीद की किरण जरूर जगी है, लेकिन अंतिम फैसला अभी बाकी है। यदि यह डील होती है, तो यह भारत-अमेरिका व्यापार इतिहास का सबसे बड़ा मोड़ साबित हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत इसमें संतुलन कैसे बनाएगा—अमेरिका की नाराजगी टालते हुए, अपने उद्योगों की रक्षा भी करता रहे।
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