पुतिन को जान से मारने की कोशिश? यूक्रेन ने हेलिकॉप्टर पर किया ड्रोन अटैक, रुस के दावे से मची सनसनी
रूस ने यूक्रेन पर एक बड़ा आरोप लगाते हुए दावा किया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या की साजिश रची गई थी। रूसी अधिकारियों के मुताबिक, 20 मई को पुतिन का हेलिकॉप्टर कुर्स्क के पास जब उड़ान भर रहा था, तभी यूक्रेनी ड्रोन ने उस पर हमला किया। रूसी सेना के कमांडर यूरी डाश्किन ने बताया कि एयर डिफेंस सिस्टम ने ड्रोन को मार गिराया और पुतिन बाल-बाल बच गए। यह घटना तब हुई जब पुतिन कुर्स्क की अपनी पहली यात्रा पर थे, जिस पर रूस ने अप्रैल 2024 में कब्जा किया था। लेकिन सवाल यह है कि क्या वाकई यह पुतिन की हत्या की कोशिश थी, या फिर रूस की एक और प्रोपेगैंडा चाल? चलिए करते हैं इस मिस्ट्री को डिकोड!
क्या सच में पुतिन पर हुआ था हमला?
रूसी मीडिया के मुताबिक, ड्रोन हमला पुतिन के हेलिकॉप्टर को टारगेट करने के इरादे से किया गया था। रूसी अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है। दूसरी तरफ, यूक्रेन ने इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, जिससे संदेह और बढ़ गया है।
क्या यह रूस का यूक्रेन पर दबाव बनाने का नया तरीका है? या फिर यूक्रेन वाकई पुतिन को निशाना बनाने की हिम्मत कर सकता है? अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना रूस-यूक्रेन युद्ध में एक नया मोड़ ला सकती है।
रूसी एयर डिफेंस ने कैसे बचाई पुतिन की जान?
रूसी सेना का दावा है कि उनके एयर डिफेंस सिस्टम ने ड्रोन को पहचान लिया और उसे मार गिराया, जिससे पुतिन का हेलिकॉप्टर सुरक्षित रहा। यूरी डाश्किन ने कहा कि हम राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं। हालांकि, इस घटना की कोई वीडियो या फोटो सबूत अभी तक सामने नहीं आया है, जिससे रूस के दावों पर सवाल उठ रहे हैं। क्या यह सच में एक गंभीर सुरक्षा चूक थी, या फिर रूस ने इसे यूक्रेन के खिलाफ प्रोपेगैंडा के तौर पर इस्तेमाल किया है?
क्या पुतिन की हत्या की कोशिश से बढ़ेगा तनाव?
अगर रूस के दावे सही हैं, तो यह यूक्रेन युद्ध में एक नया और खतरनाक मोड़ हो सकता है। पुतिन पर हमले का आरोप लगाकर रूस यूक्रेन के खिलाफ और ज्यादा कड़ी कार्रवाई कर सकता है। क्या इसके बाद रूस यूक्रेन के नेतृत्व को टारगेट करेगा? अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस घटना को लेकर चिंतित है, क्योंकि इससे युद्ध और भी भयावह हो सकता है।
क्या यह साजिश थी या है प्रोपेगैंडा?
रूस के दावे अभी भी रहस्यमय हैं, और यूक्रेन की चुप्पी इस मामले को और भी जटिल बना रही है। अगर यह वाकई पुतिन की हत्या की कोशिश थी, तो यह युद्ध को एक नए स्तर पर ले जाएगी। लेकिन अगर यह रूस का कोई झूठा दावा है, तो इसका मकसद यूक्रेन पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाना हो सकता है। अब देखना यह है कि क्या यूक्रेन या पश्चिमी देश इस पर कोई प्रतिक्रिया देते हैं, या फिर यह मामला रूसी प्रोपेगैंडा का हिस्सा बनकर रह जाएगा? एक बात तय है कि यह घटना रूस-यूक्रेन युद्ध को और भी अप्रत्याशित बना सकती है।
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