जंग के बीच ट्वीट कर फंड मांग बैठा पाकिस्तान, किरकिरी हुई तो सुनिए दे डाली ये अजीब सफाई?
जब भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, तो पाकिस्तान ने जवाबी हमले की कोशिश की और शर्मनाक हार झेली। इस हार के बाद पाकिस्तान की हालत इतनी खराब हो गई कि उसे अंतरराष्ट्रीय दाताओं से सोशल मीडिया पर ही पैसे मांगने पड़े! लेकिन जब इसकी दुनियाभर में फजीहत हुई, तो पाकिस्तान ने अपनी असलियत छुपाने के लिए हैकिंग का झूठा बहाना रच दिया। क्या सच में हैकिंग हुई थी या यह पाकिस्तान की एक और शर्मनाक चाल थी? आइए पूरी कहानी समझते हैं...
"पैसा दे दो!": पाकिस्तान का ट्विटर पर भीख मांगने का दृश्य
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी सरकार के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक चौंकाने वाला ट्वीट आया कि:
इस ट्वीट में विश्व बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों को टैग किया गया था, जिससे साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान युद्ध की मार झेलने के बाद अंतरराष्ट्रीय सहायता के लिए तरस रहा था। यह ट्वीट पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली का जीता-जागता सबूत था।
बेइज्जती झेलकर पाक ने मारी पलटी
जब यह ट्वीट वायरल होकर पाकिस्तान की फजीहत करने लगा, तो पाकिस्तानी सूचना मंत्रालय ने जल्दबाजी में एक बयान जारी कर दावा किया कि सरकारी अकाउंट हैक हो गया था। लेकिन कुछ सवाल अनुत्तरित रह गए:
- क्या हैकर्स ने सिर्फ एक ही ट्वीट किया?
- क्या हैकर्स को सिर्फ "पैसा दे दो" लिखने की जरूरत थी?
- पाकिस्तान ने साइबर अपराध की कोई शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई?
वहीं यह साफ था कि पाकिस्तान ने अपनी आर्थिक मजबूरी छुपाने के लिए हैकिंग का झूठा बहाना बनाया था।
Pakistan's Ministry of Information and Broadcasting claims that the 'X' account of the govt's Ministry of Economic Affairs, Economic Affairs Division was hacked https://t.co/SQbnZ8QJjj pic.twitter.com/wwBpynQhR7
— ANI (@ANI) May 9, 2025
IMF की बैठक में भारत कैसे बढ़ा देगा पाक की मुसीबत?
9 मई को IMF की महत्वपूर्ण बैठक में पाकिस्तान को 1.3 अरब डॉलर के नए लोन पर चर्चा होनी थी। भारत के कार्यकारी निदेशक ने IMF को स्पष्ट चेतावनी दी कि"पाकिस्तान ने पिछले लोन का इस्तेमाल आतंकवाद को फंड करने में किया है।
अब और पैसा देना खतरनाक हो सकता है। वहीं भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को पिछले तीन दशकों में कई बार आर्थिक मदद दी गई, लेकिन उसने इसे गलत तरीके से इस्तेमाल किया।
क्या पाकिस्तान को मिलेगा नया लोन?
पिछले साल ही पाकिस्तान को 7 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज मिला था, जिसे उसने सेना और आतंकवाद पर खर्च कर दिया। अब IMF के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या पाकिस्तान को फिर से पैसा दिया जाए? अगर IMF ने पाकिस्तान को लोन देने से मना कर दिया, तो उसकी अर्थव्यवस्था पूरी तरह डूब सकती है।
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