मिर्जापुर का लाल लंदन में छाया! किसान के बेटे राज मिश्रा ने कैसे ब्रिटेन में बजाया मेयर बनने का डंका?
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के एक छोटे से गाँव भटेवा का एक साधारण किसान परिवार आज पूरे देश के लिए प्रेरणा बन गया है। मुन्ना लाल मिश्रा के बेटे राज मिश्रा ने ब्रिटेन के वेलिंगबोरो शहर के मेयर का पद संभालकर न सिर्फ अपने परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि यह साबित कर दिया है कि मेहनत और लगन से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। महज 6 साल पहले एमटेक की पढ़ाई के लिए लंदन गए राज ने आज वहाँ की स्थानीय राजनीति में ऐसी छाप छोड़ी कि ब्रिटेन के एक प्रमुख शहर का मेयर चुन लिए गए। यह कहानी है एक ऐसे भारतीय की, जिसने विदेश की धरती पर अपनी मेहनत से सफलता का झंडा गाड़ दिया।
गाँव से लंदन तक राज मिश्रा का संघर्षमय सफर
राज मिश्रा का जन्म मिर्जापुर जिले के भटेवा गाँव में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता मुन्ना लाल मिश्रा ने अपने 9 बेटों और 1 बेटी को शिक्षित करने के लिए कड़ी मेहनत की। राज ने भी कम संसाधनों के बीच बड़े सपने देखे और एमटेक की पढ़ाई के लिए 6 साल पहले लंदन चले गए। लेकिन उन्होंने सिर्फ पढ़ाई तक ही अपने सपनों को सीमित नहीं रखा। ब्रिटेन की नागरिकता लेकर उन्होंने स्थानीय राजनीति में कदम रखा और कंजरवेटिव पार्टी के टिकट पर वेलिंगबोरो के विक्टोरिया वार्ड से पार्षद चुने गए। 6 मई को हुए चुनाव में जीत हासिल करने के बाद 13 मई को टाउन काउंसिल की बैठक में उन्हें शहर का 5वां मेयर चुना गया।
राज मिश्रा ने ब्रिटेन में कैसे बनाई अपनी पहचान?
वेलिंगबोरो एक ऐसा शहर है जहाँ भारतीय मूल के लोगों की आबादी महज 1% है। ऐसे में राज मिश्रा की यह जीत और भी खास हो जाती है। उन्होंने न सिर्फ स्थानीय लोगों का भरोसा जीता, बल्कि अपनी मेहनत और समर्पण से सभी को प्रभावित किया। मेयर बनने के बाद राज ने कहा कि वेलिंगबोरो के मेयर के रूप में सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं एक समावेशी और समृद्ध समुदाय के निर्माण के लिए काम करूंगा।उनकी पत्नी अभिषेकता मिश्रा, जो खुद एक इंजीनियर हैं, और उनके दो बच्चों ने भी इस सफलता में उनका साथ दिया।
मिर्जापुर में गाँव वालों ने मनाई खुशी
राज मिश्रा की इस ऐतिहासिक उपलब्धि की खबर सुनते ही मिर्जापुर के भटेवा गाँव में जश्न का माहौल छा गया। उनके परिवार, दोस्तों और गाँव वालों ने इस उपलब्धि पर गर्व जताया। राज के पिता मुन्ना लाल मिश्रा ने बताया कि उन्होंने हमेशा शिक्षा पर जोर दिया और आज उनके सभी बच्चे अलग-अलग क्षेत्रों में सफल हैं। राज की यह सफलता न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे मिर्जापुर और भारत के लिए गर्व की बात है।
क्या संदेश देती है राज मिश्रा की कहानी?
राज मिश्रा की सफलता हर उस युवा के लिए प्रेरणा है जो सपने देखता है। उनकी कहानी बताती है कि अगर इरादे मजबूत हों और मेहनत करने का जज्बा हो, तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। चाहे वह मिर्जापुर का एक छोटा सा गाँव हो या ब्रिटेन का एक बड़ा शहर, सफलता कहीं भी मिल सकती है। राज मिश्रा ने न सिर्फ अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि भारतीय मूल के लोग दुनिया के किसी भी कोने में जाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकते हैं। आज वेलिंगबोरो के मेयर के रूप में राज मिश्रा न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बन गए हैं।
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