पहलगाम पर PM मोदी के 'एक्शन मोड' से हरकत में UNSC, बड़ी कार्रवाई के अंदेशे से पहले ही बुलाई आपात बैठक
दुनिया की नज़रें जब भारत-पाकिस्तान सीमा पर टिकी हैं, तब पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के भारत के संकल्प ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को भी हिलाकर रख दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "खून का जवाब खून से" वाले इरादों ने न सिर्फ़ इस्लामाबाद की नींद उड़ा दी है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस जंगी तूफ़ान के आने का इंतज़ार कर रहा है। UNSC ने तत्काल आपात बैठक बुलाकर परमाणु संपन्न दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है, लेकिन भारत का रुख़ साफ़ है कि इस बार सिर्फ़ चेतावनी नहीं, बल्कि कार्रवाई होगी!
UNSC में मची खलबली: क्या भारत लेगा बदला?
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के नए अध्यक्ष और यूनान के राजदूत इवेंजेलोस सेकेरिस ने भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि "पहलगाम में निर्दोषों की हत्या जघन्य आतंकवादी कृत्य था", लेकिन साथ ही दोनों देशों से संयम बरतने की अपील भी की। हालाँकि, भारत ने UNSC को साफ़ संदेश दे दिया है कि वह "आतंकियों और उनके आकाओं" को बख्शने वाला नहीं है। 2019 की बालाकोट स्ट्राइक की याद दिलाते हुए भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि हमारा इतिहास बताता है कि हम वादे नहीं, कार्रवाई में यकीन रखते हैं।"
पाकिस्तान की बौखलाहट: "24 घंटे के अंदर भारत करेगा हमला"
इस्लामाबाद में इस वक्त हालात किसी युद्धकाल जैसे हैं। पाकिस्तानी सूचना मंत्री अत्ताउल्लाह तरार का बयान कि "भारत अगले 24 घंटे में हमला करेगा" ने वहाँ की सरकार और सेना को स्तब्ध कर दिया है। पाकिस्तानी मीडिया लगातार इस संभावना पर रिपोर्ट्स दिखा रहा है कि भारत पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक या सीमा पार से बड़ी सैन्य कार्रवाई कर सकता है। पाकिस्तानी सेना ने सीमा पर तैनाती बढ़ा दी है, जबकि भारतीय सेना के सूत्रों का कहना है कि "समय और जगह हम तय करेंगे।"
भारत सैन्य कार्रवाई करेगा या कूटनीतिक घेराबंदी?
सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक़, भारत इस बार सिर्फ़ सैन्य कार्रवाई तक सीमित नहीं रहेगा। पहलगाम हमले के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ तीन स्तरों पर रणनीति बनाई है:
सैन्य स्तर: POK में आतंकी ठिकानों पर निशाना, जैसा 2019 में बालाकोट में हुआ था
कूटनीतिक स्तर: FATF में पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट कराने की कोशिशें तेज़
अंतरराष्ट्रीय स्तर: UNSC में पाकिस्तान को आतंक का प्रायोजक साबित करने के प्रयास
वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि "इस बार हम पाकिस्तान को सिर्फ़ सैन्य नहीं, बल्कि आर्थिक और राजनयिक रूप से भी घेरेंगे।" वहीं, रक्षा सूत्रों का कहना है कि सेना को "पूर्ण स्वतंत्रता" मिल चुकी है और वह समय आने पर कार्रवाई करेगी।
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