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IMF, FATF से UNSC तक: पाकिस्तान के खिलाफ वैश्विक मंच पर भारत ने अब तक क्या किया? जानिए पूरी डिटेल

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को घेरने के लिए UNSC, IMF, FATF जैसे मंचों का सहारा लिया, सिंधु जल संधि निलंबन भी विकल्प में।
12:59 PM May 03, 2025 IST | Rohit Agrawal

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC), इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF), और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) जैसे वैश्विक मंचों पर भारत पाकिस्तान को घेरने की रणनीति बना रहा है। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें 25 पर्यटक थे। भारत का दावा है कि आतंकियों ने धार्मिक आधार पर लोगों को निशाना बनाकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली। भारत ने अब न केवल आतंकियों को पकड़ने की कवायद तेज की है, बल्कि वैश्विक समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट करने की दिशा में कदम उठाए हैं।

UNSC में पाकिस्तान को घेरने की तैयारी

भारत ने UNSC में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अल्जीरिया, ग्रीस, गुयाना, पनामा, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया, और सोमालिया जैसे UNSC के अस्थायी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों से बात कर पहलगाम हमले पर भारत का पक्ष रखा। भारत ने आतंकवाद और इसके सीमा पार कनेक्शन पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने की अपील की।

ग्रीस के राजदूत ने संकेत दिया है कि भारत-पाक तनाव पर जल्द ही UNSC की बैठक हो सकती है। हालांकि, पाकिस्तान को चीन का समर्थन प्राप्त है, जिसने UNSC में पहलगाम हमले के बयान में जम्मू-कश्मीर का जिक्र जोड़ने और TRF का नाम हटाने की कोशिश की। भारत ने इस कदम का पुरजोर विरोध किया।

IMF और FATF में पाकिस्तान पर दबाव

भारत ने IMF से पाकिस्तान को मिलने वाले कर्ज की समीक्षा करने की मांग की है। पाकिस्तान ने 2024 में 7 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज और 1.3 अरब डॉलर का क्लाइमेट लोन हासिल किया था। भारत का आरोप है कि इन फंड्स का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए हो सकता है।

इसके साथ ही, भारत FATF में पाकिस्तान को फिर से 'ग्रे लिस्ट' में डालने के लिए दबाव बना रहा है। FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल होने से पाकिस्तान की वित्तीय प्रणाली पर सख्त निगरानी बढ़ेगी, जिससे विदेशी निवेश और पूंजी प्रवाह प्रभावित हो सकता है। भारत अगले FATF प्लेनरी सत्र से पहले सदस्य देशों से समर्थन जुटाने में जुटा है।

अमेरिका समेत अन्य देशों का समर्थन जुटाना

पहलगाम हमले के बाद अमेरिका ने भारत का साथ दिया है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान भारत के साथ मिलकर आतंकियों को पकड़े। 23 FATF सदस्य देशों, जिनमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, और सऊदी अरब शामिल हैं, ने हमले पर शोक व्यक्त किया है। भारत ने तीन पाकिस्तानी आतंकियों की पहचान की और उनके स्केच जारी किए हैं। सुरक्षाबल इन आतंकियों को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चला रहे हैं। भारत की यह कूटनीतिक पहल वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

भारत की जवाबी कार्रवाई

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए। भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, पाकिस्तानी विमानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद कर दिया, और अटारी-वाघा सीमा क्रॉसिंग को बंद कर दिया। इसके अलावा, ज्यादातर पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया। जवाब में, पाकिस्तान ने भी भारत के लिए हवाई क्षेत्र और व्यापार बंद कर दिया और हमले की स्वतंत्र जांच की पेशकश की। भारत का कहना है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और वैश्विक समुदाय को अब इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़नी होगी।

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