भारत के बाद अब अफगानिस्तान भी रोकेगा पाक का पानी! डबल फ्रंट पर बढ़ा संकट
भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से एक बड़ा विवाद उभरता दिख रहा है, और इस बार मामला सिर्फ कश्मीर या आतंकवाद का नहीं है—अब बात पानी की हो रही है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है और इस रणनीति में सबसे बड़ा मोड़ है सिंधु जल समझौते को खत्म करने की योजना। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती, अब अफगानिस्तान भी इस खेल में शामिल हो सकता है।
काबुल में भारतीय डेलीगेशन, पाकिस्तान में बेचैनी
भारत के विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव आनंद प्रकाश के हालिया काबुल दौरे ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। उन्होंने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी से मुलाकात की, और बातचीत के केंद्र में थे वो अधूरे प्रोजेक्ट्स जो तालिबान के सत्ता में आने के बाद ठप हो गए थे—जिनमें प्रमुख हैं डैम बनाने की योजनाएं। पाकिस्तान को डर है कि भारत अब अफगानिस्तान में ऐसे डैम बनवाएगा जो उन नदियों का पानी रोक देंगे जो पाकिस्तान में बहती हैं। यानी एक तरफ सिंधु का पानी भारत रोक सकता है, तो दूसरी तरफ अफगानिस्तान से भी जल संकट की तलवार लटक रही है।
میں انتہائی سنجیدگی سے سمجھتا ہوں کہ وہ جب انفراسٹرکچر یعنی پروجیکٹس کی بات کرتے ہیں کہ کچھ پروجیکٹس پر عرصے سے کام رکا ہوا ہے، تو ان میں جو پانی افغانستان سے پاکستان آتا ہے اس پر ڈیمز بنانے کی منصوبے بھی شامل ہیں، ہماری فورسز کا سخت مؤقف مجبوری تھی کیونکہ بھارت میں جنگی جنون اسی… pic.twitter.com/BEtnOdu2Ax
— Public News (@PublicNews_Com) April 28, 2025
पाकिस्तान के पत्रकार की चिंता
पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत जवीद ने इस घटनाक्रम पर सार्वजनिक रूप से चिंता जताई है। उनका कहना है कि भारत अब पाकिस्तान को कूटनीतिक और रणनीतिक तौर पर चारों ओर से घेर रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत अफगानिस्तान के साथ मिलकर पाकिस्तान पर “वॉटर अटैक” की रणनीति अपना सकता है। जवीद के अनुसार भारत इस समय सिर्फ कूटनीतिक दबाव नहीं बना रहा, बल्कि भविष्य में कोई सीमित सैन्य कार्रवाई भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत की सरकार पर विपक्ष और मीडिया का काफी दबाव है, और ऐसे में मोदी सरकार कोई बड़ा कदम उठा सकती है।
पहलगाम हमला: एक टर्निंग पॉइंट
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने भारत को झकझोर दिया। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों में बड़ा फेरबदल किया है—सिंधु जल संधि को तोड़ने का इशारा, राजनयिक संबंधों में कटौती और सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश।
दो तरफा दबाव में पाकिस्तान
अब पाकिस्तान के सामने दोहरी चुनौती है—भारत से सिंधु नदी के पानी पर संकट और अफगानिस्तान से संभावित जल अवरोध। दोनों ही स्थितियां पाकिस्तान की कृषि व्यवस्था और पीने के पानी की आपूर्ति के लिए गंभीर खतरा बन सकती हैं। इस पूरे घटनाक्रम में भारत की रणनीति साफ है: आतंकवाद का जवाब सिर्फ सैन्य नहीं, रणनीतिक और भौगोलिक तरीके से भी दिया जाएगा।
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