एलन मस्क का ट्रंप से हुआ ब्रेकअप! अमेरिकी सरकार से दूरी की असली वजह क्या, जानिए पूरी कहानी
दुनिया के सबसे अमीर शख्स और टेस्ला-स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपने राजनीतिक रिश्ते को समाप्त करने का औपचारिक ऐलान कर दिया है। मस्क, जो ट्रंप के विशेष सलाहकार के तौर पर सरकारी खर्चों में कटौती और दक्षता बढ़ाने की योजना पर काम कर रहे थे, ने अचानक अपने पद से इस्तीफा देकर सियासी गलियारों में तूफान ला दिया है। इसकी सबसे बड़ी वजह ट्रंप का वह विवादास्पद 'बिग ब्यूटीफुल बिल' बताया जा रहा है, जिस पर मस्क ने सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जताई थी। क्या यह सिर्फ एक नीतिगत मतभेद था या फिर ट्रंप और मस्क के बीच रिश्तों में दरार आने का संकेत?
क्या था 'DOGE मिशन'?
दरअसल, एलन मस्क को सरकारी खर्चों में कटौती करके दक्षता बढ़ाने के लिए ट्रंप प्रशासन में एक विशेष भूमिका दी गई थी। उन्होंने इसे 'DOGE मिशन' (डिजिटल ऑप्टिमाइजेशन गवर्नमेंट एक्सपेंडिचर) का नाम दिया था, जिसका मकसद अमेरिकी नौकरशाही को पतला और अधिक टेक-सक्षम बनाना था।
मस्क ने इस दौरान कई सरकारी विभागों में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की पहल की, लेकिन ट्रंप का नया बिल जिसमें टैक्स कटौती और रक्षा बजट में भारी बढ़ोतरी करना मस्क के विजन के खिलाफ़ थी। उन्होंने इसे "असंतुलित और अत्यधिक खर्चीला" बताते हुए साफ कर दिया कि वह इस तरह की फिजूलखर्ची का हिस्सा नहीं बन सकते।
क्यों ट्रंप का 'बिग ब्यूटीफुल बिल' मस्क के लिए बना बिग मिस्टेक?
ट्रंप का यह बिल, जिसे उन्होंने खुद 'बिग ब्यूटीफुल' करार दिया था, अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर टैक्स छूट और सैन्य खर्च बढ़ाने का वादा करता था। लेकिन मस्क के लिए यह बिल एक बड़ी गलती था। उन्होंने सीबीएस को दिए इंटरव्यू में कहा कि"यह बिल संघीय घाटे को बढ़ाएगा और अमेरिका की आर्थिक स्थिरता को खतरे में डालेगा। मस्क का मानना था कि सरकार को खर्च कम करने के बजाय टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर फोकस करना चाहिए, न कि पारंपरिक खर्चों को बढ़ाने पर। यही वह बिंदु था जहां ट्रंप और मस्क के बीच की सियासी दूरी बढ़ गई।
क्या मस्क का इस्तीफा ट्रंप के लिए बड़ा झटका है?
एलन मस्क का ट्रंप प्रशासन से अलग होना सिर्फ एक व्यक्ति के इस्तीफे से कहीं बड़ी बात है। मस्क न सिर्फ एक टेक टाइकून हैं, बल्कि उनकी छवि एक फ्यूचरिस्ट लीडर की भी है। उनका जाना ट्रंप के लिए एक सांकेतिक नुकसान है, खासकर तब जब 2024 के चुनाव नजदीक हैं। क्या मस्क अब डेमोक्रेट्स की तरफ झुकेंगे? या फिर वह पूरी तरह से राजनीति से दूर हो जाएंगे? फिलहाल तो मस्क ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा है कि "DOGE मिशन जारी रहेगा, भले ही सरकारी भूमिका खत्म हो गई हो।" यानी वह टेक के जरिए सरकारी सिस्टम को बदलने की कोशिश जारी रखेंगे, लेकिन अब ट्रंप के साथ नहीं।
क्या मस्क-ट्रंप विवाद से बदलेगी अमेरिकी टेक-सियासत की दिशा?
एलन मस्क का ट्रंप प्रशासन से इस्तीफा दो बड़े सवाल खड़े करता है...पहला, क्या अमेरिकी सरकार वाकई टेक्नोलॉजी और इनोवेशन को प्राथमिकता देने के लिए तैयार है? और दूसरा कि क्या ट्रंप जैसे पारंपरिक नेता मस्क जैसे फ्यूचरिस्ट विचारकों के साथ लंबे समय तक काम कर सकते हैं? मस्क के जाने के बाद ट्रंप का 'बिग ब्यूटीफुल बिल' तो पास हो सकता है, लेकिन उनकी छवि एक 'टेक-फ्रेंडली' नेता की जरूर धूमिल हुई है। अब देखना यह है कि क्या मस्क किसी और राजनीतिक धड़े से जुड़ेंगे या फिर अपनी टेक कंपनियों पर ही फोकस करेंगे? एक बात तय है कि अमेरिकी राजनीति और टेक दुनिया का यह टकराव अभी और सुर्खियां बटोरेगा!
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