BLA ने दी पाक को खुली चेतावनी, बलूचिस्तान में खून खराबे की तैयारी, भारत से मांगी मदद
बलूचिस्तान में पाकिस्तान की नीतियों से त्रस्त होकर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक बार फिर जंग का ऐलान कर दिया है। इस बार संगठन का लहजा पहले से कहीं ज्यादा तीखा और इरादा साफ है—अब खामोश बैठने का समय नहीं रहा। BLA ने हाल ही में एक बयान जारी कर दावा किया है कि उसने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कुल 71 हमलों को अंजाम दिया है। इन हमलों को ‘ऑपरेशन हेरोफ़’ के तहत अंजाम दिया गया, जिसका मकसद पाकिस्तानी फौज और सरकारी ढांचे को सीधा निशाना बनाना था।
BLA का युद्धघोष: ‘अब चुप नहीं बैठेंगे’
BLA के प्रवक्ता जियंद बलूच ने स्पष्ट किया कि यह संघर्ष किसी बाहरी ताकत के इशारे पर नहीं, बल्कि बलूच जनता की आज़ादी के लिए लड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा, “हम ना किसी के कठपुतली हैं और ना मूक दर्शक। हमारा आंदोलन निर्णायक है और यह तब तक जारी रहेगा जब तक बलूचिस्तान को न्याय नहीं मिल जाता।” इस संबंध में बीएलए ने सोशल मीडिया वेबसाइट X पर एक ट्वीट करते हुए जानकारी दी है।
As part of milit@ry training in preparation for Operation Haroof, #Baloch Liberation Army (BLA) fighters carried out more than 71 coordinated att@cks in more than 51 locations #IndiaPakistanWar #ceasefire pic.twitter.com/AMkovxvNgT
— Mehreen Baloch (@NameisMehreen) May 12, 2025
गौरतलब है कि जिन इलाकों में हमले किए गए उनमें केच, पंजगुर, मस्तंग, क्वेटा, जमुरान, नुशकी और कई अहम इलाके शामिल हैं। पाकिस्तानी सेना की चौकियों, खुफिया तंत्र, पुलिस थानों और बुनियादी ढांचे को BLA ने प्रमुख रूप से निशाना बनाया। IED धमाके, स्नाइपर फायरिंग और सशस्त्र टकराव इस अभियान का हिस्सा रहे।
‘बलूचिस्तान का खजाना लूट रहा है पाकिस्तान’
BLA का आरोप है कि बलूचिस्तान, जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा और खनिजों से भरपूर प्रांत है, वहां के संसाधनों का शोषण किया जा रहा है। दूसरे सूबे इस क्षेत्र की संपदा पर कब्जा कर रहे हैं, जबकि बलूच जनता को गरीबी, हिंसा और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
भारत और वैश्विक समुदाय से अपील
BLA ने अंतरराष्ट्रीय बिरादरी और खास तौर पर भारत से अपील की है कि वे पाकिस्तान पर दबाव बनाएं ताकि बलूचिस्तान में हो रहे अत्याचार बंद हों। संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान को नहीं रोका गया, तो यह संघर्ष और अधिक खूनी और व्यापक हो सकता है। BLA ने कहा, “अगर दुनिया ने आंखें मूंद लीं, तो बलूचिस्तान में मानवाधिकारों की स्थिति और बिगड़ सकती है। पाकिस्तान का आतंकवाद अब केवल क्षेत्रीय मसला नहीं रहा, यह वैश्विक शांति के लिए खतरा बन चुका है।”
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