Immunity Booster: बदलते मौसम में ना पड़े बीमार इसलिए जरूर करें ये काम
Immunity Booster: जैसे-जैसे मौसम गर्म से ठंडा या इसके विपरीत बदलता है, कई लोग अस्वस्थ महसूस करने लगते हैं - गले में खराश, खांसी, जुकाम या बुखार आम हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारे शरीर को नए तापमान और वातावरण के अनुकूल होने में समय लगता है। ऐसे बदलावों के दौरान, संक्रमणों से लड़ने के लिए आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता होती है। आइये जानते हैं बदलते मौसम में अपनी इम्युनिटी बढ़ाने और स्वस्थ रहने के कुछ सरल लेकिन प्रभावी तरीकों के बारे में
मौसमी फल और सब्जियां खाएं
एक मजबूत इम्यून सिस्टम बनाए रखने में आपका आहार सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मौसमी फल और सब्जियां आवश्यक विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करते हैं जो संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं। संतरे, नींबू और आंवला जैसे खट्टे फल शामिल करें जो विटामिन सी से भरपूर होते हैं - जो वाइट ब्लड सेल्स के उत्पादन को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, पालक और शिमला मिर्च भी पोषक तत्वों के बेहतरीन स्रोत हैं। जंक और प्रोसेस्ड फूड्स से बचें, क्योंकि ये इम्युनिटी को कमजोर करते हैं और शरीर में सूजन पैदा करते हैं।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों को अपनी रूटीन में शामिल करें
आयुर्वेद में प्राकृतिक रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के कई सिद्ध उपाय उपलब्ध हैं। तुलसी, हल्दी और अदरक सबसे शक्तिशाली जड़ी-बूटियों में से हैं। तुलसी के पत्तों में जीवाणुरोधी और सूजनरोधी गुण होते हैं जो श्वसन संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। हल्दी, अपने सक्रिय यौगिक करक्यूमिन के साथ, इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है और सूजन को कम करती है। अदरक शरीर को गर्म रखता है और पाचन में सुधार करता है, जो अप्रत्यक्ष रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। बदलते मौसम में स्वस्थ रहने के लिए आप इन सामग्रियों से बना काढ़ा (हर्बल चाय) रोज़ाना पी सकते हैं।
हाइड्रेटेड रहें
मौसमी बदलावों के दौरान, लोग कम पानी पीते हैं, खासकर ठंड के मौसम में। हालाँकि, निर्जलीकरण आपकी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कमजोर कर सकता है। शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए रोज़ाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। ठंडे दिनों में गर्म पानी या हर्बल चाय ज़्यादा आरामदायक हो सकती है। हाइड्रेटेड रहने से साइनस साफ़ रहते हैं और श्वसन संक्रमण का खतरा कम होता है।
पर्याप्त नींद लें
नींद शरीर की प्राकृतिक मरम्मत प्रणाली है। पर्याप्त आराम की कमी आपकी प्रतिरक्षा क्षमता को काफ़ी कम कर सकती है। वयस्कों को हर रात कम से कम 7-8 घंटे सोने का लक्ष्य रखना चाहिए। एक नियमित नींद का कार्यक्रम बनाए रखें और सोने से ठीक पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करने से बचें। अच्छी नींद शरीर को साइटोकिन्स बनाने में मदद करती है - प्रोटीन जो संक्रमण और सूजन से लड़ने में मदद करते हैं।
नियमित व्यायाम करें
नियमित शारीरिक गतिविधि ब्लड फ्लो में सुधार करती है, जिससे प्रतिरक्षा कोशिकाएँ पूरे शरीर में स्वतंत्र रूप से गति कर पाती हैं। आपको ज़ोरदार कसरत की ज़रूरत नहीं है - 30 मिनट की तेज़ सैर, योग सत्र या हल्की जॉगिंग भी कमाल कर सकती है। व्यायाम तनाव को नियंत्रित करने में भी मदद करता है, जो इम्यून सिस्टम को कमज़ोर करने वाला एक और प्रमुख कारक है। रोज़ाना कुछ मिनट गहरी साँस लेने या ध्यान करने का अभ्यास करने से आपकी इम्युनिटी प्रतिक्रिया और भी बेहतर हो सकती है।
अपने आस-पास साफ़ रखें
वायरस और बैक्टीरिया अस्वच्छ परिस्थितियों में पनपते हैं। सुनिश्चित करें कि आपका घर अच्छी तरह हवादार हो और धूल व फफूंदी से मुक्त हो। अपने हाथ नियमित रूप से धोएँ और अक्सर छुई जाने वाली सतहों जैसे दरवाज़े के हैंडल, फ़ोन और स्विच को कीटाणुरहित करें। शाम को कपूर या धूप जलाने से हवा शुद्ध होती है और सकारात्मक वातावरण बनता है।
सकारात्मक सोच बनाए रखें
अच्छे स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण और तनावमुक्त मन दोनों ही समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। लगातार तनाव के कारण कोर्टिसोल का स्राव होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है। ऐसी गतिविधियों में शामिल होने का प्रयास करें जो आपको आराम दें - संगीत सुनना, पढ़ना, या प्रियजनों के साथ समय बिताना। एक खुश और शांत मन सीधे तौर पर एक मजबूत इम्यून सिस्टम बनाता है।
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