अमिताभ बच्चन ने ऑपरेशन सिंदूर पर पहली बार लिखा, ‘है चिता की राख कर में, मांगती सिंदूर दुनिया’
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन न केवल अपने अभिनय से, बल्कि अपने विचारों और संवेदनाओं से भी लोगों के दिलों को छूते हैं। अक्सर वह सोशल मीडिया के जरिए अपनी भावनाएं और विचार साझा करते हैं। हाल ही में, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के माहौल में, उन्होंने एक्स (पहले ट्विटर) पर कुछ रहस्यमय और ब्लैंक ट्वीट्स किए थे, जिसने उनके फॉलोअर्स के बीच चर्चा को जन्म दिया। लेकिन अब उन्होंने इस चुप्पी को तोड़ा है—और जब आवाज़ उठाई, तो वह सीधे दिल पर असर करती है। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर एक ऐसा ट्वीट साझा किया, जो न केवल भावुक कर देने वाला है बल्कि देशभक्ति से भी ओत-प्रोत है।
'उस राक्षस ने निर्दोष पति को गोली मार दी...'
अमिताभ बच्चन ने अपने ट्वीट में एक ह्रदयविदारक घटना का जिक्र किया, जिसमें एक निर्दोष दंपति को निशाना बनाया गया। उन्होंने लिखा: "छुट्टियाँ मानते हुए, उस राक्षस ने, निर्दोष पति पत्नी को बाहर खींच कर, पति को नग्न कर, उसके धर्म की पूर्ति करने के बाद , उसे जब गोली मारने लगा, तो पत्नी ने, घुटने पे गिर कर, रो रो अनुरोध करने के बाद भी, की उसके पति को न मारो ; उसके पति को उस बुज़दिल राक्षस ने, बेहद बेरहमी से , गोली मार कर, पत्नी को विधवा बना दिया !!
जब पत्नी ने कहा "मुझे भी मार दो” !! तो राक्षस ने कहा “ नहीं ! तू जाके, " …. " को बता “ !"
हरिवंश राय बच्चन की कविता से बताया दर्द
इस गहरे और भावनात्मक संदेश के साथ, अमिताभ बच्चन ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की एक मार्मिक कविता की पंक्तियों को भी याद किया, "है चिता की राख कर में, माँगती सिंदूर दुनिया...।" यह पंक्ति एक स्त्री के उस अदम्य साहस और संघर्ष को दर्शाती है, जो अपने पति की मौत के बाद भी मजबूती से खड़ी होती है और अपने आंसुओं को देश के लिए समर्पित कर देती है।
कविता से ही किया ट्वीट का समापन भी
अमिताभ ने ट्वीट का समापन करते हुए लिखा: "ऑपरेशन !!! जय हिन्द. जय हिन्द की सेना. तू न थमेगा कभी, तू न मुड़ेगा कभी, तू न झुकेगा कभी – कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ! अग्निपथ! अग्निपथ! अग्निपथ!!!"
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