Satish Shah Death: नहीं रहे अभिनेता सतीश शाह, 74 की उम्र में ली अंतिम सांस
Satish Shah Death: दिग्गज अभिनेता सतीश शाह का आज दोपहर लगभग 2:30 बजे मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में निधन हो गया। 'साराभाई वर्सेस साराभाई', 'जाने भी दो यारो' और 'मैं हूँ ना' में अपनी भूमिकाओं के लिए लोकप्रिय 74 वर्षीय अभिनेता, किडनी संबंधी जटिलताओं से जूझ रहे थे और हाल ही में उनका ट्रांसप्लांट (Satish Shah Death) हुआ था।
उनके मैनेजर ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि उनका पार्थिव शरीर अस्पताल में ही है और उनका अंतिम संस्कार (Satish Shah Death) रविवार को होगा।
कैसा रहा सतीश शाह का करियर
सतीश शाह एक भारतीय अभिनेता रहे जो फिल्मों और टेलीविजन पर अपने काम, खासकर हास्य भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं। 25 जून, 1951 को बंबई में जन्मे, वे कच्छी गुजराती पृष्ठभूमि से आते हैं।
शाह ने 1978 में अरविंद देसाई की अजीब दास्तान से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। 1983 में आई व्यंग्य फिल्म 'जाने भी दो यारो' में नगर आयुक्त डिमेलो की भूमिका से उन्हें व्यापक रूप से प्रसिद्धि मिली।
चार दशकों से अधिक के करियर में, सतीश शाह फिल्मों और टेलीविजन दोनों में अपनी यादगार भूमिकाओं के माध्यम से एक घरेलू नाम बन गए। 1983 में आई व्यंग्य फिल्म 'जाने भी दो यारो' में अपने अभिनय के लिए उन्हें एक विशेष पहचान मिली, जहाँ उन्होंने बेजोड़ कुशलता से कई किरदार निभाए।
उनकी फ़िल्मों में 'हम साथ-साथ हैं', 'मैं हूँ ना', 'कल हो ना हो', 'कभी हाँ कभी ना', 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएँगे' और 'ओम शांति ओम' जैसी लोकप्रिय हिट फ़िल्में भी शामिल हैं, जो विभिन्न शैलियों में उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाती हैं।
साराभाई वर्सेस साराभाई से छाए घर-घर में
टेलीविज़न पर, 'साराभाई वर्सेस साराभाई' में इंद्रवदन साराभाई का शाह द्वारा निभाया गया किरदार भारतीय टीवी इतिहास की सबसे प्रतिष्ठित हास्य भूमिकाओं में से एक है। उन्होंने 1984 के लोकप्रिय सिटकॉम 'ये जो है ज़िंदगी' में भी काम किया, जो अपने दौर का एक निर्णायक शो बन गया। "ये जो है ज़िंदगी" से उन्हें व्यापक रूप से प्रसिद्धि मिली, जिसके 55 एपिसोड में उन्होंने हर एपिसोड में एक अलग किरदार निभाया।
बाद में वे कई लोकप्रिय धारावाहिकों में दिखाई दिए, जिनमें "फिल्मी चक्कर" (1995) और "साराभाई वर्सेस साराभाई" (2004) शामिल हैं, जहाँ इंद्रवधन साराभाई के उनके किरदार को काफ़ी सराहना मिली। "साराभाई वर्सेस साराभाई" और "फिल्मी चक्कर" में रत्ना पाठक शाह के साथ उनकी जोड़ी को भी काफ़ी सराहा गया।
अभिनय के अलावा, वे कॉमेडी-आधारित रियलिटी कार्यक्रमों से भी जुड़े रहे हैं, जिसमें "कॉमेडी सर्कस" में जज की भूमिका भी शामिल है।
उनका निधन भारतीय मनोरंजन जगत के एक युग का अंत है।
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