नेशनलराजनीतिमनोरंजनखेलहेल्थ & लाइफ स्टाइलधर्म भक्तिटेक्नोलॉजीइंटरनेशनलबिजनेसआईपीएल 2025चुनाव

Rajasthan Politics: मानवेंद्र सिंह की वापसी से बीजेपी को तगड़ा फायदा! इन सीटों के बदल जाएंगे सियासी समीकरण?

Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस को लोकसभा चुनाव से पहले एक और बड़ा झटका लगा है। पश्चिम राजस्थान के बड़े राजपूत नेता मानवेन्द्र सिंह जसौल ने शुक्रवार को पीएम मोदी की सभा में बीजेपी में वापसी की। इससे लोकसभा चुनाव में...
07:53 PM Apr 12, 2024 IST | surya soni
Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस को लोकसभा चुनाव से पहले एक और बड़ा झटका लगा है। पश्चिम राजस्थान के बड़े राजपूत नेता मानवेन्द्र सिंह जसौल ने शुक्रवार को पीएम मोदी की सभा में बीजेपी में वापसी की। इससे लोकसभा चुनाव में...

Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस को लोकसभा चुनाव से पहले एक और बड़ा झटका लगा है। पश्चिम राजस्थान के बड़े राजपूत नेता मानवेन्द्र सिंह जसौल ने शुक्रवार को पीएम मोदी की सभा में बीजेपी में वापसी की। इससे लोकसभा चुनाव में भाजपा को तगड़ा फायदा मिल सकता है। बता दें मानवेन्द्र सिंह जसौल बीजेपी के दिग्गज नेता रहे जसवंत सिंह के बेटे है। प्रदेश (Rajasthan Politics) में मानवेन्द्र सिंह राजपूत समाज के बड़े नेता माने जाते है। साल 2018 में मानवेन्द्र सिंह ने वसुंधरा राजे से अदावत के चलते कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली थी। लेकिन अब उनकी करीब पांच साल बाद घर वापसी हुई है।

मानवेंद्र सिंह की वापसी से बीजेपी को फायदा:

बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर फिलहाल मुकाबला त्रिकोणीय लग रहा है। क्योंकि इस सीट पर प्रदेश के युवा नेता रविंद्र सिंह भाटी ने ताल ठोक रखी है। भाटी के चुनाव लड़ने से बीजेपी को राजपूत वोटों के शिफ्ट होने की आशंका है। लेकिन पीएम मोदी की सभा में मानवेन्द्र सिंह की वापसी से भाटी को तगड़ा झटका लग सकता है। राजनीति के जानकार मानते हैं कि बाड़मेर-जैसलमेर में राजपूत वोटों पर मानवेन्द्र सिंह का का काफी प्रभाव हैं। पश्चिमी राजस्थान में आज भी जातीय और सामाजिक तौर पर एक बड़ा वोट बैंक जसोल परिवार से जुड़ा हुआ है।

इन सीटों के बदल जाएंगे सियासी समीकरण?

बता दें मानवेन्द्र सिंह जसोल के आने से सिर्फ बाड़मेर-जैसलमेर सीट ही नहीं बल्कि कई अन्य सीटों पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता हैं। राजस्थान की ऐसी सीटें हैं जहां राजपूत वोट निर्णायक भूमिका में रहते हैं। माना जा रहा हैं कि बीजेपी ज्वाइन के साथ ही कई अन्य सीटों पर भी उनकी सभा करवाई जा सकती हैं। इसमें बाड़मेर-जैसलमेर सीट के अलावा जोधपुर, पाली, नागौर और जालोर सीट प्रमुख हैं। मानवेन्द्र सिंह के भाजपा में आने के बाद रविंद्र सिंह भाटी के चुनाव पर इसका क्या असर पड़ता हैं ये देखने वाली बात होगी...

वसुंधरा राजे से थी अनबन:

राजनीति में कुछ भी स्थाई नहीं होता हैं। यह बात एक बार फिर आज सही हो जायेगी। मानवेन्द्र सिंह के पिता जसवंत सिंह देश की राजनीति का बड़ा चेहरा थे। कुछ समय पहले तक राजस्थान भाजपा में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का दबदबा था। राजनीति के जानकर बताते हैं कि मानवेन्द्र सिंह की टिकट वसुंधरा राजे से अदावत के चलते कटी थी। जिसके बाद उन्होंने भाजपा पार्टी को छोड़ कांग्रेस पार्टी से हाथ मिलाया था। लेकिन अब उनकी पीएम मोदी की मौजूदगी में घर वापसी हुई हैं।

यह भी देखें: Seema Kushwaha: सीमा कुशवाह, श्रद्धा, हाथरस और निर्भया केस की वकील बीजेपी में शामिल…

Tags :
barmer jaisalmerbarmer loksabha seatManvendra SinghManvendra Singh JasolNarendra Modirajasthan newsWho is Manvendra Singh Jasol

ट्रेंडिंग खबरें

Next Article