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सोमवार को करें शमी के पत्ते का यह उपाय, प्रसन्न हो शिव देंगे मनचाहा वरदान

हिंदू धर्मग्रंथों में शमी के पेड़ का विशेष स्थान है। यह पेड़ जीत, सुरक्षा और नकारात्मकता को दूर करने का प्रतीक है।
06:00 AM May 19, 2025 IST | Preeti Mishra
हिंदू धर्मग्रंथों में शमी के पेड़ का विशेष स्थान है। यह पेड़ जीत, सुरक्षा और नकारात्मकता को दूर करने का प्रतीक है।

Somwar Ke Upay: हिंदू धर्म में, सोमवार भगवान शिव की पूजा करने के लिए सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है। सोमवार को लोग भगवन शिव को प्रसन्न करने के लिए उपवास रखते हैं और स्वास्थ्य, शांति और सफलता के लिए शिव मंदिरों में जाते हैं। इस दिन (Somwar Ke Upay) शिव जी को कई चीज़ें अर्पित की जाती है। इन्ही में से एक है आध्यात्मिक रूप से शक्तिशाली वस्तु शमी का पत्ता। सोमवार को शिव पूजा में शमी के पत्ते का उपयोग करने से दैवीय कृपा प्राप्त होती है और इच्छाएं पूरी होती हैं।

शमी के पत्ते (Somwar Ke Upay) से किया गया उपाय भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए एक शक्तिशाली लेकिन सरल आध्यात्मिक अभ्यास है। सोमवार को शुद्ध भक्ति और विश्वास के साथ किया गया यह उपाय बाधाओं को दूर कर सकता है, इच्छाओं को पूरा कर सकता है। इसे अपनी साप्ताहिक आध्यात्मिक दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और अपने जीवन में महादेव की दिव्य कृपा का अनुभव करें।

शमी के पत्ते का पौराणिक महत्व

हिंदू धर्मग्रंथों में शमी के पेड़ का विशेष स्थान है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने वनवास जाने से पहले शमी के पेड़ की पूजा की थी और पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान शमी के पेड़ (Somwar Ke Upay) में अपने हथियार छिपाए थे। यह पेड़ जीत, सुरक्षा और नकारात्मकता को दूर करने का प्रतीक है।

शिव पूजा के संदर्भ में, शमी के पत्तों को पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान शिव को शमी के पत्ते चढ़ाने से वे बहुत प्रसन्न होते हैं और पापों, कर्म अवरोधों और ग्रह पीड़ाओं को दूर करने में मदद करते हैं।

सोमवार को शमी के पत्तों से उपाय क्यों करें?

सोमवार का दिन चंद्रमा द्वारा शासित होता है, और भगवान शिव को चंद्रशेखर (जो चंद्रमा को अपने सिर पर धारण करते हैं) के नाम से भी जाना जाता है। सोमवार को शिव की पूजा करने से मानसिक शांति, भावनात्मक संतुलन और इच्छाओं की पूर्ति होती है। शमी के पत्तों में उच्च आध्यात्मिक कंपन होता है और यह शनि जैसे प्रतिकूल ग्रहों के कारण होने वाले दोषों को दूर करने के लिए आदर्श है।

सोमवार को शमी के पत्तों से उपाय कैसे करें?

सबसे प्रभावी परिणामों के लिए इन चरणों का पालन करें:

ब्रह्म मुहूर्त में उठें- सुबह जल्दी उठें, स्नान करें, साफ सफेद या हल्के रंग के कपड़े पहनें और पूजा के शांत स्थान पर बैठें।
शिव लिंग पर जल चढ़ाएं- शुद्ध गंगाजल या साफ पानी में दूध की कुछ बूंदें मिलाकर शिव लिंग पर चढ़ाएं और “ओम नमः शिवाय” का जाप करें।
श्रद्धापूर्वक शमी के पत्ते चढ़ाएं- पांच ताजे शमी के पत्ते लें और अपनी इच्छा या लक्ष्य पर मानसिक रूप से ध्यान केंद्रित करते हुए उन्हें एक-एक करके शिव मंत्रोच्चार करें-ओम श्री शमी पत्रअर्पिताय नमः इससे प्रार्थना की ऊर्जा को अवशोषित करने और इसे चढ़ावे के साथ स्थानांतरित करने में मदद मिलती है।
चंदन का लेप लगाएं और दीपक जलाएं- शिवलिंग पर चंदन का लेप लगाएं और घी का दीपक और अगरबत्ती जलाकर पूजा पूरी करें।
शिव मंत्रों का जाप करें और प्रार्थना करें- महामृत्युंजय मंत्र या शिव चालीसा का जाप करें और भगवान शिव का आशीर्वाद मांगें। इसे शांत मन और पूरी एकाग्रता के साथ करें।

शमी के पत्ते के उपाय के लाभ

सोमवार को शमी के पत्ते से किये गए उपाय से करियर और कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता मिलती है। शनि, राहु और केतु के प्रभाव को कम करता है यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा और काले जादू से बचाता है। यही नहीं, यह उपाय लंबे समय से लंबित इच्छाओं और वरदानों को पूरा करता है और साथ ही मानसिक शांति, इच्छाशक्ति और आध्यात्मिक विकास को बढ़ाता है।

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