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Swastik Vastu Tips: घर की सुख समृद्धि के लिए इस​ दिशा में बनाए स्वास्तिक

राजस्थान(डिजिटल डेस्क)। Swastik Vastu Tips: हिंदू धर्म में कई ऐसे चिन्ह है जिनको शुभ माना जाता है। इन चिन्हों (Swastik Vastu Tips) को घर के मुख्य द्वार पर बनाने से घर में सुख समृद्धि आती है। इन्हीं में एक चिन्ह...
05:04 PM Jan 07, 2024 IST | Juhi Jha
राजस्थान(डिजिटल डेस्क)। Swastik Vastu Tips: हिंदू धर्म में कई ऐसे चिन्ह है जिनको शुभ माना जाता है। इन चिन्हों (Swastik Vastu Tips) को घर के मुख्य द्वार पर बनाने से घर में सुख समृद्धि आती है। इन्हीं में एक चिन्ह...

राजस्थान(डिजिटल डेस्क)। Swastik Vastu Tips: हिंदू धर्म में कई ऐसे चिन्ह है जिनको शुभ माना जाता है। इन चिन्हों (Swastik Vastu Tips) को घर के मुख्य द्वार पर बनाने से घर में सुख समृद्धि आती है। इन्हीं में एक चिन्ह है स्वास्तिक, किसी भी मांगलिक और शुभ कार्यो की शुरूआत से पहले स्वस्तिक का चिह्न बनाया जाता है। स्वास्तिक दो शब्दों से मिलकर बना है जिसमें सु का अर्थ है शुभ और अस्ति का अर्थ होना है। वहीं स्वास्तिक का मौलिक अर्थ शुभ हो, कल्याण हो होना होता है। स्वास्तिक को भगवान गणेश का प्रतीक चिन्ह भी माना जाता है। मान्यता है कि अगर घर की सही दिशा और सही तरीके से स्वस्तिक का चिह्न बनाया जाए तो घर में सुख समृद्धि आती है। आइए जानते है घर की किस दिशा में स्वास्तिक बनाना शुभ होता है:—

इस दिशा में बनाए स्वास्तिक

वास्तु शास्त्र के अनुसार स्वास्तिक (Swastik Vastu Tips) चिन्ह घर की उत्तर-पूर्व या उत्तर दिशा ईशान कोण में बनाना शुभ माना जाता है। इस स्थान पर आप चाहे तो अपने घर में अष्टधातु या तांबे से बना स्वास्तिक चिन्ह भी लगा सकते हैं। वहीं इस बात का खास ध्यान रखें कि स्वास्तिक का निशान हमेशा हल्दी या सिंदूर से ही बनाना चाहिए। इससे व्यक्ति को आर्थिक लाभ मिलता है और घर में समृद्धि बनी रहती हैं। आप स्वास्तिक का चिन्ह पूजा के स्थान पर या घर के मुख्य द्वार पर भी बना सकते हैं।

 

इस तरह बनाएं स्वास्तिक चिन्ह

कई बार लोग स्वास्तिक बनाते समय गलतियां करते है। जब भी आप स्वास्तिक बनाएं तो इस बात का खास ध्यान रखें कि कभी भी पहले क्रॉस या प्लस का चिन्ह ना बनाए। ऐसा करने के लिए आप सबसे पहले स्वास्तिक (Swastik Vastu Tips) का दायां भाग बनाए और फिर बायां भाग बनाएं। स्वास्तिक का चिन्ह 9 उंगली लंबा और चौड़ा बनाएं। स्वास्तिक बनाने के बाद उसके नीचे शुभ लाभ लिखें। माना जाता है कि स्वास्तिक बनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। ध्यान रखें कि भूलकर भी उल्टा स्वास्तिक ना बनाए। ऐसा करने से व्यक्ति को अशुभ परिणाम मिल सकते है।

स्वास्तिक का महत्व

ऋग्वेद में स्वास्तिक को सूर्य का प्रतीक माना गया है। इसकी चार भुजाएं चार दिशाओं को दर्शाती है। साथ ही स्वास्तिक (Swastik Vastu Tips) अपनी ओर सौभाग्य को आकर्षित करता है जिससे घर में सुख-समृद्धि आती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वहीं गुरु पुष्य योग में बनाया गया स्वास्तिक व्यक्ति को शांति प्रदान करता है। अगर आपको नींद नहीं आती है तो रात को सोने से पहले अपनी तर्जनी ऊंगली से स्वास्तिक बनाएं और सो जाए। ऐसा करने से नींद अच्छी आती है और बुरे सपने आना भी बंद हो जाते है।

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