• ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

Ramlala Pran Pratishtha: मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे श्रीराम, होगा विशेष अनुष्ठान

राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। Ramlala Pran Pratishtha: इस समय पुरे देश में नजरें अयोध्या के राम मंदिर (Ramlala Pran Pratishtha)पर टिकी हुई है। आज रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का तीसरा दिन है और रामलला की मूर्ति मंदिर के गर्भगृह में पहुंच चुकी...
featured-img

राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। Ramlala Pran Pratishtha: इस समय पुरे देश में नजरें अयोध्या के राम मंदिर (Ramlala Pran Pratishtha)पर टिकी हुई है। आज रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का तीसरा दिन है और रामलला की मूर्ति मंदिर के गर्भगृह में पहुंच चुकी है। रामलला की मूर्ति की 121 आचार्य साथ मिलकर विधि विधान के साथ पूजा कर रहे है । बता दें की यह अनुष्ठान 3 दिन और चलेगा और इसके चौथे दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगीा जिसमे भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे ।

गर्भ गृह और रामलला की मूर्ति की पूजा:-

श्री राम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र जानकारी देते हुए बताया कि आज दोपहर में 01 बजकर 20 मिनट पर संकल्प हुआ इसके बाद राम मंदिर के गर्भ गृह और रामलला की मूर्ति की विधि विधान से पूजा किया जाएगा। साथ ही इस दौरान गणेश अंबिका पूजा, मातृका पूजा, वरूण पूजा, वास्तु पूजा, ब्राह्मण वरण पूजा, चतुर्वेदोक्त पुण्याहवाचन,वसोर्धारापूजन,सप्त घृत मातृका पूजन, आयुष्यमन्त्रजप, नान्दीश्राद्ध, आचार्यादिच ऋत्विग्वरण,  मण्डपप्रवेश और मधुपर्कपूजन आदि किया जाएगा।

Ramlala Pran Pratishtha

इसके बाद कूर्म, पृथ्वी, अनन्त, वराह, यज्ञभूमि पूजन, दिग्रक्षण, पञ्चगव्य, वास्तु बलिदान और वास्तु पूजा, मंडप सूत्रवेष्टन, द्वारपालादिपूजा, दुग्ध -धारा,जलधाराकरण, षोडशस्तम्भपूजनादि मण्डपपूजा,मूर्ति का जलाधिवास और गन्धादिवास होगा। अधिवास से तात्पर्य है कि रामलला की मूर्ति सुगंध और जल आदि में निवास करेगी। इसके अलावा षोडशस्तम्भपूजनादि मण्डपपूजा का अर्थ तोरण, द्वारध् आयुध, पताका, द्वार पालिका  और ध्वज की पूजा की जाएगी। इसके बाद शाम को पूजन और आरती कर आज के अनुष्ठान को समपन्न किया जाएगा।

दिव्य और सुंदर रामलला की मूर्ति:-

मूर्तिकार अरूण योगीराज द्वारा राम मंदिर के लिए बनवाई गई रामलला की बाल्यरूप मूर्ति बेहद कोमल, दिव्य और सुंदर है। इसमें श्रीराम बालक के रूप में खड़े हुए है और उनके कंधे पर धनुष बाण है। इस मूर्ति की लंबाई करीबन 51 इंच है। 51 इंच की लंबाई रखने के पीछे वजह है पहला 5 वर्ष के बालक की लंबाई करीबन 51 इंच ही होती है और हिंदू धर्म में 51 अंक काफी शुभ माना जाता है। इस मूर्ति को मंदिर परिसर में बुधवार की शाम को ट्रक में त्रिपाल से ढक कर लाया गया और 200 किलोग्राम वजनी मूर्ति को क्रेन के जरिए मंदिर के अंदर पहुंचाया गया।

यह भी पढ़े: Ram Mandir: पीएम मोदी ने किया जारी राम मंदिर का डाक टिकट, जानें पूरी जानकारी

OTT INDIA आपको खबरों से रखेगा अपडेट

OTT INDIA देश का नंबर डिजिटल प्लेटफॉर्म है- जो देशवासियो को हर खबर में सबसे आगे रखता है। OTT इंडिया पर पढ़ें नेशनलइंटरनेशनलइलेक्शनबिजनेसस्पोर्ट्सएंटरटेनमेंट समेत सभी खबरें। अब हर समाचार आपकी उंगलियों परहमारा नवीनतम Android और iOS ऐप डाउनलोड करें। ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमसे सोशल मीडिया पर जुड़ें।

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज tlbr_img4 वीडियो tlbr_img5 वेब सीरीज