मंगलवार के दिन हनुमान जी के सामने रख दें इसे, दूर होगी हर बाधा
Mangalwaar Ke Upay: हिंदू मान्यता के अनुसार, मंगलवार भगवान हनुमान को समर्पित है, जो शक्ति, साहस और भक्ति के दिव्य प्रतीक हैं। इस दिन पूरी आस्था के साथ उनकी पूजा करने से सभी प्रकार की बाधाएं, नकारात्मक ऊर्जा और वित्तीय परेशानियां दूर होती हैं। एक बेहद प्रभावी और कम ज्ञात उपाय है हनुमानजी के सामने लाल कलावा बांधकर नारियल चढ़ाना। माना जाता है कि यह सरल लेकिन शक्तिशाली उपाय सच्ची भक्ति और विश्वास के साथ किए जाने पर आश्चर्यजनक परिणाम देता है।
हनुमानजी की पूजा के लिए मंगलवार क्यों खास है?
मंगल ग्रह मंगल द्वारा शासित है, जो ऊर्जा, क्रोध, विवाद और चुनौतियों को नियंत्रित करता है। इस दिन हनुमानजी की पूजा करने से अशुभ मंगल को बेअसर करने, मानसिक और शारीरिक साहस को मजबूत करने और दुर्घटनाओं या दुश्मनों से बचाने में मदद मिलती है।
मंगलवार के उपाय: नारियल का उपाय कैसे करें
एक ताज़ा भूरा नारियल जिसमें भूसी हो, कलावा (लाल पवित्र धागा) का एक टुकड़ा, एक छोटा लाल कपड़ा ,सिंदूर और सरसों का तेल लें। इस दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान कर खुद को शुद्ध करें और साफ लाल या केसरिया कपड़े पहनें। नारियल पर कलावा बांधें: “ॐ हनुमते नमः” का जाप करते हुए नारियल के चारों ओर तीन बार कलावा बांधें।
फिर थोड़ा सा सिंदूर सरसों के तेल में मिलाकर नारियल पर लगाएँ, जो हनुमानजी को अर्पित करने का प्रतीक है। किसी हनुमान मंदिर में जाएँ और नारियल को पूरी श्रद्धा के साथ हनुमानजी के चरणों में रखें। अपनी इच्छाओं के लिए प्रार्थना करें, अपनी आँखें बंद करें, हनुमान चालीसा या सुंदर कांड का पाठ करें, और परेशानियों से मुक्ति और उन्हें दूर करने की शक्ति माँगें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को लगातार 5 या 11 मंगलवार तक करने से कानूनी विवाद, नौकरी की समस्या, स्वास्थ्य समस्या या वैवाहिक संघर्ष से महत्वपूर्ण राहत मिलती है।
कलावा-बद्ध नारियल उपाय के आध्यात्मिक लाभ
करियर, विवाह या व्यवसाय में आने वाली अदृश्य बाधाओं को दूर करता है। कर्ज और आर्थिक तंगी से मुक्ति दिलाता है। नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नज़र और काले जादू से बचाता है। मानसिक शक्ति, ध्यान और दैवीय सुरक्षा प्रदान करता है। शांति, सकारात्मकता और हनुमानजी का आशीर्वाद आकर्षित करता है।
मंगलवार को बरती जाने वाली सावधानियां
उपाय के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें। मांसाहारी भोजन, शराब या प्याज-लहसुन से बचें। बुजुर्गों या माता-पिता का अपमान या उनसे बहस न करें। अपनी वाणी और व्यवहार को सम्मानजनक और शांत रखें।
यह भी पढ़ें: Yogini Ekadashi 2025: योगिनी एकादशी व्रत लाता है जीवन में शांति और समृद्धि, जानें तिथि और महत्व