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Chandra Grahan 2025: कल लगेगा चंद्र ग्रहण, जानें सूतक काल और इससे जुड़े नियम

सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण से पहले की एक निश्चित अवधि को सूतक कहा जाता है।
01:53 PM Sep 06, 2025 IST | Preeti Mishra
सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण से पहले की एक निश्चित अवधि को सूतक कहा जाता है।

Chandra Grahan 2025: कल यानी रविवार, 7 सितंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगेगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखेगा। चंद्र ग्रहण कल रात 9:58 बजे शुरू होगा और 8 सितंबर को रात 1:26 बजे समाप्त होगा। यह ग्रहण (Chandra Grahan 2025) तीन घंटे, अट्ठाईस मिनट और दो सेकंड तक रहेगा। इस ग्रहण का सूतक भी मान्य होगा क्योंकि इसे भारत में देखा जा सकेगा। इस घटना के दौरान, पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच से गुजरेगी, जिससे चंद्रमा की सतह पर छाया पड़ेगी।

कब होगा ग्रहण का सूतक काल?

चंद्र ग्रहण का सूतक ( Chandra Grahan 2025 Sutak Kaal) 7 सितंबर 2025 को दोपहर 12:19 बजे शुरू होगा और 8 सितंबर को सुबह 1:26 बजे समाप्त होगा। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए सूतक शाम 6:36 बजे शुरू होगा और ग्रहण के साथ समाप्त होगा।

सूतक क्या है और इसका महत्व क्यों है?

सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण से पहले की एक निश्चित अवधि को सूतक कहा जाता है। चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण से 9 घंटे पहले शुरू होता है, जबकि सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले शुरू होता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, सूतक काल के दौरान पृथ्वी का वातावरण प्रदूषित हो जाता है, इसलिए सूतक के अशुभ दोषों से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

चंद्र ग्रहण के सूतक के दौरान इन बातों का रखें ध्यान

चंद्र ग्रहण का सूतक काल (Sutak Kaal) हिन्दू धर्म में अशुभ माना जाता है। इस दौरान पूजा, हवन, यज्ञ, मूर्ति स्थापना, विवाह, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य न करें। सूतक काल में भोजन न तो पकाना चाहिए और न ही खाना चाहिए। बाल नहीं कटवाने चाहिए, नाखून नहीं काटने चाहिए, दाढ़ी नहीं बनानी चाहिए, या कोई अन्य शारीरिक शुद्धि कार्य नहीं करना चाहिए।

सूतक काल के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचना चाहिए, खासकर यदि आप लंबी यात्रा पर जा रहे हों। इस पीरियड में कोई भी नया व्यवसाय, परियोजना या निवेश शुरू नहीं करना चाहिए। सूतक काल में मांस, मदिरा, लहसुन और प्याज जैसे तामसिक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को इस दौरान सुई, चाकू या किसी भी नुकीली वस्तु का प्रयोग नहीं करना चाहिए।

चंद्र ग्रहण के सूतक के दौरान क्या करें?

सूतक काल के दौरान भगवान के नाम का जाप करें, जैसे "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" या महामृत्युंजय मंत्र। इस समय में बुरे प्रभावों से बचने के लिए, ग्रहण के बाद गरीबों को दान अवश्य दें। ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करें और घर में गंगाजल छिड़कें।

चंद्र ग्रहण 2025 की भारत में दृश्यता

नीचे उन भारतीय शहरों की सूची दी गई है जहाँ कल लगने वाले चंद्र ग्रहण के दौरान लोगों को ब्लड मून दिखाई देगा:

उत्तर भारत: दिल्ली, चंडीगढ़, लखनऊ और जयपुर
दक्षिण भारत: चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि
पूर्वी भारत: कोलकाता, भुवनेश्वर और गुवाहाटी
पश्चिम भारत: मुंबई, अहमदाबाद और पुणे
मध्य भारत: भोपाल, रायपुर और नागपुर

लोग इस चंद्र ग्रहण को नंगी आँखों से देख सकते हैं और इसे देखने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं है। अगर आसमान साफ़ रहा, तो लोग इसे रात में पृथ्वी पर कहीं से भी देख सकेंगे। दुनिया के लगभग 85 प्रतिशत लोग इस पूर्ण चंद्र ग्रहण को देख पाएँगे, इसलिए यह संभवतः हाल ही में सबसे ज़्यादा देखी जाने वाली अंतरिक्ष घटनाओं में से एक होगी।

चंद्र ग्रहण 2025 और सूतक काल पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. 2025 में चंद्र ग्रहण कब है?
उत्तर: 2025 में चंद्र ग्रहण 7-8 सितंबर, 2025 की रात को लगेगा और भारत में दिखाई देगा।

प्रश्न 2. 2025 का चंद्र ग्रहण भारत में किस समय दिखाई देगा?
उत्तर: ग्रहण 7 सितंबर को देर रात शुरू होगा और 8 सितंबर, 2025 की सुबह समाप्त होगा। सटीक समय स्थान के अनुसार अलग-अलग होता है।

प्रश्न 3. चंद्र ग्रहण में सूतक काल क्या है?
उत्तर: सूतक काल चंद्र ग्रहण से पहले मनाया जाने वाला एक अशुभ समय है, जिसके दौरान धार्मिक गतिविधियाँ और खान-पान वर्जित होता है।

प्रश्न 4. चंद्र ग्रहण का सूतक काल कब शुरू होता है?
उत्तर: सूतक काल चंद्र ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले शुरू होता है और ग्रहण समाप्त होने के बाद समाप्त होता है।

प्रश्न 5. सूतक काल के दौरान क्या नहीं करना चाहिए?
उत्तर: खाना पकाना, खाना, सब्ज़ियाँ काटना, पूजा-पाठ करना और नया काम शुरू करना सख्त मना है।

प्रश्न 6. क्या चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं पर इसका असर पड़ सकता है?
उत्तर: हाँ, ऐसा माना जाता है कि गर्भवती महिलाओं को नुकसान से बचने के लिए बाहर निकलने, नुकीली वस्तुओं का उपयोग करने और ग्रहण की किरणों के संपर्क में आने से बचना चाहिए।

प्रश्न 7. चंद्र ग्रहण के बाद धार्मिक उपाय क्या हैं?
उत्तर: ग्रहण के बाद स्नान, मंत्र जाप, भोजन या वस्त्र दान और पूजा करना शुभ माना जाता है।

प्रश्न 8. क्या 2025 का चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा?
उत्तर: हाँ, सितंबर 2025 का चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा, जिसे ब्लड मून भी कहा जाता है।

प्रश्न 9. सूतक काल क्यों मनाया जाता है?
उत्तर: ग्रहण के दौरान उत्पन्न होने वाले नकारात्मक ब्रह्मांडीय प्रभावों से खुद को बचाने के लिए सूतक काल मनाया जाता है।

प्रश्न 10. क्या सूतक काल के दौरान पानी पीना संभव है?
उत्तर: परंपरागत रूप से, पानी पीने से परहेज किया जाता है, लेकिन यदि आवश्यक हो, तो पानी को शुद्ध करने के लिए उसमें तुलसी के पत्ते डाले जा सकते हैं।

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