आज भगवान गणेश को जरूर चढ़ाएं ये चीज , पूर्ण होगी मनोकामना
Budhwaar Ke Upaay: हिंदू परंपरा में, सप्ताह का प्रत्येक दिन किसी विशेष देवता को समर्पित होता है, और बुधवार विशेष रूप से भगवान गणेश से जुड़ा हुआ है - बाधाओं को दूर करने वाले, ज्ञान के देवता और समृद्धि के अग्रदूत। माना जाता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं, व्यक्ति के जीवन से बाधाएं दूर होती हैं और शांति और समृद्धि आती है। इस दिन सुझाए गए सबसे प्रभावी और सरल उपायों में से एक भगवान गणेश को दूर्वा घास (दूब) चढ़ाना है।
बुधवार भगवान गणेश के लिए क्यों खास है?
वैदिक ज्योतिष में बुधवार का दिन बुध ग्रह (बुध) द्वारा शासित होता है। बुध बुद्धि, संचार और व्यवसाय को नियंत्रित करता है। चूँकि भगवान गणेश को बुद्धि, ज्ञान और नई शुरुआत के देवता के रूप में जाना जाता है, इसलिए बुधवार को उनकी पूजा करने से मानसिक स्पष्टता बढ़ती है, बुद्धि तेज होती है और शिक्षा और करियर में सफलता मिलती है। जो लोग अनिर्णय, संचार संबंधी समस्याओं या काम में बाधाओं से जूझ रहे हैं, उन्हें इस दिन गणेश की पूजा करने की सलाह दी जाती है।
दूर्वा घास चढ़ाने का महत्व
दूर्वा घास, जिसे दूब या धरबा भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में बहुत आध्यात्मिक महत्व रखती है, खासकर भगवान गणेश की पूजा में। किंवदंती है कि जब भगवान गणेश ने एक शक्तिशाली राक्षस को निगल लिया, तो राक्षस ने उनके पेट के अंदर उत्पात मचाना शुरू कर दिया। ऋषि कश्यप ने तब गणेश के सिर पर दूर्वा घास रखी, जिसने उन्हें शांत किया और राक्षस को बेअसर कर दिया। तब से, दूर्वा को पवित्र माना जाता है और गणेश को बहुत प्रिय है।
भगवान गणेश को 21 ताज़ी दूर्वा घास चढ़ाना भक्ति, विनम्रता और समर्पण का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से गणेश बहुत प्रसन्न होते हैं और दिल की इच्छाओं को पूरा करने में मदद करते हैं, खासकर जब बुधवार को विश्वास और पवित्रता के साथ किया जाता है।
बुधवार का उपाय कैसे करें
बुधवार को सुबह जल्दी उठें, ब्रह्म मुहूर्त के दौरान।
स्नान करें और साफ, हल्के रंग के या हरे रंग के कपड़े पहनें (हरा बुध का रंग है)।
पूजा स्थल को साफ करें और भगवान गणेश की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
देवता के सामने घी का दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
भगवान गणेश को धुली और साफ की हुई दूर्वा घास की 21 ताजी पत्तियां चढ़ाएं और मंत्र का जाप करें:
“ओम गं गणपतये नमः”।
मोदक, लड्डू या गुड़ का भोग लगाएं।
कुछ क्षण मौन में बैठें या भगवान गणेश का ध्यान करें।
बाधाओं के निवारण और अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए ईमानदारी से प्रार्थना करें।
इस उपाय के लाभ
इच्छाएँ पूरी होती हैं और लंबे समय से लंबित कार्य हल होते हैं।
पारिवारिक जीवन में शांति और समृद्धि लाता है।
शिक्षा, करियर और विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करता है।
एकाग्रता, बुद्धि और याददाश्त में सुधार करता है।
कुंडली में बुध दोष के बुरे प्रभावों को दूर करने में मदद करता है।
संचार, लेखन, व्यवसाय या शिक्षा से जुड़े व्यवसायों से जुड़े लोगों को इस अनुष्ठान को नियमित रूप से करने से बहुत लाभ मिलता है।
सौभाग्य के लिए बुधवार के अतिरिक्त उपाय
गाय को हरी पत्तेदार सब्जियाँ खिलाएँ या गरीबों को हरी मूंग की दाल दान करें।
बुध बीज मंत्र का जाप करें: “ओम ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः”।
इस दिन कठोर भाषा का प्रयोग करने या झूठ बोलने से बचें।
शांत रहें और बौद्धिक या रचनात्मक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करें।
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