10 साल की प्लानिंग, अब दुश्मन पर सीधा वार... भारतीय 'डिफेंस शील्ड' के आगे ऐसे पिघल गईं पाकिस्तान की मिसाइलें!
पाकिस्तान की घुसपैठ और आतंकी हरकतों का जवाब देने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत जो जवाबी कार्रवाई की, वह सिर्फ एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि एक दशक की रणनीतिक तैयारी का जीता-जागता सबूत है। पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में भारतीय सैन्य ठिकानों पर मिसाइल दागे, लेकिन हर मिसाइल या तो इंटरसेप्ट कर ली गई या आसमान में ही ध्वस्त कर दी गई। एक भी मिसाइल अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकी। यह भारत की वायु रक्षा प्रणाली की जबरदस्त सफलता है, जिसने साबित कर दिया कि अब भारत की हवाई सीमाएं अभेद्य हैं।
भारत की 'एयर शील्ड' ने दिखाया दमखम
भारत ने पिछले 10 सालों में अपनी वायु रक्षा प्रणाली को अत्याधुनिक तकनीकों से लैस किया है। ऑपरेशन सिंदूर में S-400 ट्रायंफ, बराक-8, आकाश मिसाइल और DRDO की एंटी-ड्रोन तकनीक का जबरदस्त तालमेल देखने को मिला। रूस से खरीदे गए S-400 सिस्टम ने पाकिस्तानी मिसाइलों को 400 किमी की दूरी से ही ट्रैक कर लिया और उन्हें नष्ट कर दिया।
वहीं, स्वदेशी आकाश मिसाइलों ने भी दुश्मन के हवाई हमलों को विफल करने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा, इजरायल के साथ मिलकर विकसित बराक-8 मिसाइलों ने मध्यम दूरी की थ्रेट को खत्म किया। यह साफ है कि भारत अब सिर्फ बचाव नहीं करता, बल्कि दुश्मन की हर चाल को पहले से भांप लेता है।
'हारोप' और 'लॉइटरिंग म्यूनिशन' ने मचाई तबाही
आधुनिक युद्ध में ड्रोन तकनीक की भूमिका अहम हो गई है, और भारत ने इसमें भी पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया है। ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार भारत में निर्मित 'लॉइटरिंग म्यूनिशन' (आत्मघाती ड्रोन) का इस्तेमाल हुआ, जिन्होंने पाकिस्तानी एयर डिफेंस को चकमा देकर सटीक हमले किए।
साथ ही, इजरायल से खरीदे गए 'हारोप ड्रोन' (जो अब भारत में बन रहे हैं) ने लाहौर और कराची में पाकिस्तानी रडार और एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया। ये ड्रोन दुश्मन के ठिकानों पर घंटों मंडराते हैं और सही वक्त पर वार करते हैं। पाकिस्तान के पास ऐसी कोई तकनीक नहीं है जो इन्हें रोक सके।
राफेल और स्कॉल्प मिसाइलों ने कैसे तोड़ी पाक की कमर?
भारत ने सिर्फ बचाव ही नहीं किया, बल्कि पाकिस्तान के अंदर घुसकर उसकी सैन्य क्षमताओं को भी निशाना बनाया। राफेल लड़ाकू विमानों से दागी गई SCALP और HAMMER मिसाइलों ने लाहौर में चीन निर्मित HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया। इसके अलावा, पाकिस्तान के कई आतंकी कैंप्स और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। भारत की यह रणनीति साफ दिखाती है कि अब वह सिर्फ सीमा पर हमला झेलने वाला देश नहीं, बल्कि जवाबी कार्रवाई में दुश्मन के दिल में दहशत पैदा करने वाली ताकत बन चुका है।
आत्मनिर्भर भारत की डिफेंस क्रांति
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन नहीं, बल्कि भारत की रक्षा तैयारियों का एक जीवंत उदाहरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 'आत्मनिर्भर भारत' की नीति ने देश को रक्षा क्षेत्र में विदेशों पर निर्भरता कम करने में मदद की है। S-400, बराक-8, आकाश मिसाइल और स्वदेशी ड्रोन तकनीक ने मिलकर एक ऐसा अभेद्य कवच तैयार किया है, जिसके आगे पाकिस्तान जैसे देश की हवाई ताकत बौनी साबित हुई। अब भारत न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा कर सकता है, बल्कि दुश्मन के इलाके में घुसकर उसे सबक सिखाने की क्षमता भी रखता है। यह सफलता सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि भविष्य के युद्धों में भारत की बढ़त की गारंटी है।
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