पाक ड्रोन पर ऐसे कहर बनकर टूटा भारत का ये बाहुबली सिस्टम, एक मिनट में उगलता है 4,000 गोलियां! जानिए इसकी खासियत
जब पाकिस्तान ने 8 मई की रात भारत पर स्वार्म ड्रोनों से हमला करने की कोशिश की, तो भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने जिस तरह उन्हें आसमान में ही मार गिराया, उसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया! L-70 एंटी-एयरक्राफ्ट गन और ZU-23mm सिस्टम ने एक साथ 50 से ज्यादा ड्रोनों को नष्ट करके नया रिकॉर्ड बनाया। ये हथियार एक मिनट में 4000 राउंड फायर करने की क्षमता रखते हैं, जिसके आगे पाकिस्तानी ड्रोनों की सारी चालें धरी की धरी रह गईं!
L-70: स्वीडिश तकनीक पर भारतीय कमाल
भारत ने स्वीडन के L-70 सिस्टम को BEL के साथ मिलकर अपग्रेड किया है, जो अब 4 किमी तक के ड्रोनों को सटीकता से निशाना बना सकता है। इसकी खासियत है इसका रडार गाइडेड सिस्टम, जो कम ऊंचाई पर उड़ने वाले ड्रोनों को आसानी से ट्रैक कर लेता है। पुंछ और राजौरी सेक्टर में तैनात यह सिस्टम पाकिस्तानी UAVs के लिए मौत का फंदा साबित हुआ। सेना के सूत्रों के मुताबिक, "L-70 ने अकेले ही 30 से ज्यादा ड्रोनों को ध्वस्त किया।"
ZU-23mm: सोवियत तकनीक का भारतीय जुगाड़
ZU-23-2 एंटी-एयरक्राफ्ट गन (जिसे भारत में ZU-23mm कहा जाता है) सोवियत युग का हथियार है, लेकिन भारत ने इसमें इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल फायर कंट्रोल सिस्टम जोड़कर इसे और घातक बना दिया है। यह सिस्टम एक मिनट में 4000 गोले दाग सकता है और 4 किमी तक के टारगेट को नेस्तनाबूद कर सकता है। पाकिस्तान के स्वार्म ड्रोनों को रोकने में इसकी भूमिका अहम रही, क्योंकि यह एक साथ कई टारगेट पर फायर कर सकता है।
पाकिस्तान की 'स्वार्म ड्रोन' रणनीति कैसे हुई फेल?
पाकिस्तान ने 'स्वार्म ड्रोन' तकनीक का इस्तेमाल करते हुए एक साथ दर्जनों UAVs भेजे थे, जो भारतीय रडार सिस्टम को चकमा देकर अहम सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना चाहते थे। लेकिन भारत की इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस नेटवर्क (जिसमें S-400, L-70 और ZU-23mm शामिल हैं) ने इन्हें पहले ही पकड़ लिया।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "हमारे सिस्टम ने ड्रोनों को 10-15 किमी दूर से ही ट्रैक कर लिया था, जिसके बाद L-70 और ZU-23mm ने उन्हें आसमान में ही ढेर कर दिया। वहीं पाकिस्तान की यह असफल कोशिश साबित करती है कि भारत की वायु रक्षा प्रणाली कितनी मजबूत है। अब DRDO स्वदेशी एंटी-ड्रोन सिस्टम विकसित कर रहा है, जो लेजर तकनीक पर आधारित होगा। सेना ने स्पष्ट किया है कि "कोई भी दुश्मन ड्रोन या मिसाइल भारतीय सीमा में घुसने नहीं पाएगा।
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