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Kota Girl Suicide: कोटा में एक और आत्महत्या, प्रशासन के सारे प्रयास विफल, इस बार गलत माँ – बाप क्यों?

राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। Kota Girl Suicide: कोटा में पढ़ाई के बोझ के तले एक और मासूम जिंदगी (Kota Girl Suicide) दब कर मर गयी। अपना अंतिम पत्र माँ बाप को लिखा और कहा कि वो हार गयी है। इसके अलावा...
03:14 PM Jan 30, 2024 IST | Bodhayan Sharma
राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। Kota Girl Suicide: कोटा में पढ़ाई के बोझ के तले एक और मासूम जिंदगी (Kota Girl Suicide) दब कर मर गयी। अपना अंतिम पत्र माँ बाप को लिखा और कहा कि वो हार गयी है। इसके अलावा...
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राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। Kota Girl Suicide: कोटा में पढ़ाई के बोझ के तले एक और मासूम जिंदगी (Kota Girl Suicide) दब कर मर गयी। अपना अंतिम पत्र माँ बाप को लिखा और कहा कि वो हार गयी है। इसके अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। मुझे माफ़ कर दीजिएगा। ये लिखते हुए कितने ही आंसू गिरे होंगे, कितनी ही बार हाथ थरथराए होंगे।

परीक्षा दिए बिना ही ज़िन्दगी हो गयी फेल

आत्महत्या से अगले दिन ही जे ई ई की परीक्षा थी। उसी के तनाव और डर में बच्ची ने अपनी जान खो (Kota Girl Suicide) दी। तीन बहनों में सबसे बड़ी बहन निहारिका थी। निहारिका स्कूल में बाहरवीं क्लास में पढ़ती थी। साथ ही जे ई ई की तैयारी भी कर रही थी। महज़ 18 साल की निहारिका पढ़ाई के तनाव में इतनी आ गयी कि परीक्षा देने से पहले ही उसे लगा कि वो फेल हो गयी है।

नीचे की मंजिल पर था पूरा परिवार, ऊपर झूल गयी ज़िन्दगी

निहारिका (Kota Girl Suicide) दूसरी मंजिल पर बने अपने कमरे में पढाई कर रही थी। पिता एक बैंक में गन मैन की नौकरी करते हैं सो वो अपनी ड्यूटी पर चले गए। बाकी परिवार नीचे की मंजिल पर ही था। दस बजे दादी किसी काम से निहारिका को बुलाने गई तब निहारिका ने दरवाजा नहीं खोला, फिर दादी ने पूरे परिवार को बुलाया तब निहारिका फांसी से झूलती हुई दिखाई दी। इसके बात निहारिका को अस्पताल लेकर गए जहाँ चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।

आत्महत्या नहीं, हत्या है – मानसिक तनाव से मार दिया जा रहा है

असल में इस एक हफ्ते में आत्महत्या की ये दूसरी घटना है। प्रशासन कोशिश कर रहा है। परन्तु इसमें माँ बाप की भी मुख्य भूमिका रहती है। जो बच्चों को अपने मन की करने और हार में खुद को सँभालने के लिए तैयार करती है। परिस्थितियों से लड़ना घर और परिवार के लोग ही समझाते हैं। साल 2023 में सिर्फ कोटा में 26 आत्महत्याएं हुई थी। जिसमें से ज्यादातर आत्महत्याएं मानसिक तनाव की वजह से ही होनी बताई गयी।

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